जबलपुर। पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर रेल मंडल के कार्मिक विभाग के अधिकारी (चीफ वेलफेयर इंस्पेक्टर) को बरेला पुलिस ने सहकर्मी महिला की अश्लील फोटो खींचकर ब्लेकमेल करके बलात्कार करने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं पुलिस की इस कार्रवाई के बाद मंडल रेल प्रशासन ने भी उक्त अधिकारी को सस्पेंड कर दिया है।
घटना के संबंध में बताया जाता है कि एक एक महिला रेल कर्मचारी ने सिविल लाइन थाने में पिछले दिनों लिखित शिकायत दी थी कि रेलवे का चीफ वेलफेयर इंस्पेक्टर विनोद कोरी निवासी कोरी मोहल्ला पुरवा गढ़ा, पिछले काफी समय से उसके साथ अश्लील हरकतें करता था, कुछ समय पूर्व वह गौर क्षेत्र स्थित होटल रैन बसेरा भोजन कराने के लिए ले गया, जहां पर एक रूम में ले जाकर उसके साथ जबरदस्ती बलात्कार किया। इसी तरह उसने पहले गोवा, कन्नूर ले जाकर भी दुराचार किया। इस दौरान उसने उसका अश्लील फोटो भी बना लिया था। युवती की शिकायत पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने घटनास्थल बरेला थाना के गौर चौकी क्षेत्र का होने के कारण मामले को बरेला थाना भेज दिया, जहां जांच उपरांत आरोपी विनोद कोरी को गत 21 अप्रैल 2024 को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
थाना बरेला ने डीआरएम ऑफिस में दी सूचना
वहीं इस पूरे मामले में कार्रवाई की पूरी जानकारी बरेला थाना पुलिस ने लिखित में जानकारी जबलपुर रेल मंडल के वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी को दी। जिसके बाद रेल प्रशासन ने आरोपी विनोद कोरी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है।
महिला ने पहले लिखित शिकायत रेल अधिकारी से की थी
सूत्रों के मुताबिक पीड़ित महिला कर्मचारी ने सहकर्मी चीफ वेलफेयर इंस्पेक्टर की अश्लील हरकतें, प्रताडऩा की लिखित सूचना मंडल के रेल अधिकारी को की थी। इस मामले में विशाखा कमेटी गठित कर जांच की गई थी। बताया जाता है कि कमेटी ने सिर्फ आरोपी रेल कर्मचारी को शोकॉज नोटिस दिया था। जिसके बाद आरोपी विनोद कोरी महिला कर्मचारी को लगातार धमकाते हुए और वीडियो वायरल करने की धमकी देते हुए शिकायत वापस लेने का दबाव बना रहा था। जिससे परेशान होकर महिला ने अपनी मां को पूरी जानकारी दी और फिर पुलिस के पास पहुंची। जिसके बाद आरोपी की गिरफ्तारी हुई।
महिला कर्मचारियों के शोषण की कई और शिकायतें विशाखा कमेटी के पास
सूत्रों के मुताबिक रेल मंडल के सिर्फ जबलपुर में ही महिला कर्मचारियों के अपने सीनियर कर्मचारियों के खिलाफ अलग-अलग शोषण की शिकायतें की गई हैं, बताते हैं कि इन मामलों की जांच लंबित हैं। इन पर त्वरित कार्रवाई नहीं होने से विनोद कोरी जैसे लोगों के हौसले बढ़ते जा रहे हैं।